Use APKPure App
Get Salmo 18 old version APK for Android
महान स्तोत्र
1 हे यहोवा, हे मेरे बल, मैं तुझ से प्रीति रखता हूं।
2 यहोवा मेरी चट्टान, और मेरा गढ़ और मेरा छुड़ानेवाला है; मेरा परमेश्वर मेरी चट्टान है, जिसकी मैं शरण लेता हूं। वह मेरी ढाल और वह शक्ति है जो मुझे बचाता है, मेरा ऊंचा टॉवर।
3 मैं यहोवा की दोहाई देता हूं, जो स्तुति के योग्य है, और मैं अपके शत्रुओं से बचा हुआ हूं।
4 मृत्यु की रस्सियों ने मुझे उलझा दिया है; विनाश की धाराओं ने मुझे चौंका दिया।
5 अधोलोक की रस्सियों ने मुझे ढांप दिया; मौत के बंधन ने मुझे जकड़ लिया।
6 अपने दु:ख में मैं ने यहोवा की दोहाई दी; मैंने मदद के लिए अपने भगवान को पुकारा। उस ने अपके मन्दिर से मेरा शब्द सुना; मेरा रोना उसकी उपस्थिति, उसके कानों तक पहुँच गया।
7 पृय्वी कांप उठी, और पहाड़ोंकी नेव डोल गई; वे कांपने लगे क्योंकि वह क्रोधित था।
8 उसके नथनों से धुआँ निकला; उसके मुँह से जलते अंगार और आग निकली।
9 वह आकाश खोलकर नीचे आया; उनके पैरों तले काले बादल छा गए।
10 वह एक करूब पर सवार होकर आँधी के पंखों पर चढ़ गया।
11 उस ने अन्धकार को अपना ठिकाना बनाया है; काले बादलों से, पानी से भरा हुआ, वह आश्रय जिसने उसे ढँक दिया था।
12 उसके साम्हने के तेज से बादल फटकर ओले और बिजली बन गए,
13 जब यहोवा स्वर्ग से गरजने लगा, और परमप्रधान का शब्द गरज उठा।
14 उस ने अपके तीर चलाए, और मेरे शत्रुओं को तित्तर बित्तर दिया, और अपक्की बिजली से उनको पराजित किया।
15 हे यहोवा, तेरी घुड़की से समुद्र की तलहटी दिखाई दी, और पृय्वी की नेव खुल गई, और तेरे नथनोंके झोंके से पृय्वी की नेव खुल गई।
16 उस ने ऊपर से हाथ बढ़ाकर मुझे थाम लिया; मुझे गहरे पानी से बाहर निकाला।
17 उस ने मुझे मेरे पराक्रमी शत्रु से, और मेरे शत्रुओं से जो मुझ से अधिक बलवन्त थे, छुड़ाया।
18 उन्होंने मेरी विपत्ति के दिन मुझ पर चढ़ाई की, परन्तु यहोवा मेरा सहारा था।
19 उस ने मुझे पूरा छुटकारा दिया है; उसने मुझे मुक्त किया क्योंकि वह मुझसे प्यार करता है।
20 यहोवा ने मेरे साथ मेरे धर्म के अनुसार व्यवहार किया है; मेरे हाथों की पवित्रता के अनुसार उसने मुझे प्रतिफल दिया।
21 क्योंकि मैं यहोवा के मार्ग पर चला था; मैं ने दुष्ट की नाईं अपके परमेश्वर से विमुख होकर कोई काम नहीं किया।
22 तेरे सब नियम मेरे साम्हने हैं; मैं उसके आदेशों से विचलित नहीं हुआ।
23 मैं उसके साम्हने निर्दोष रहा, और अपके आप को बुराई करने से बचा रखा है।
24 यहोवा ने मुझे मेरे धर्म के अनुसार बदला दिया है, जैसा कि उसकी आंखों में मेरे हाथों की पवित्रता के अनुसार है।
25 विश्वासयोग्य को तू अपने को विश्वासयोग्य दिखाता है, और निर्दोष को निर्दोष दिखाता है,
26 शुद्ध को तू अपने आप को पवित्र दिखाता है, परन्तु टेढ़े को तू ऊंचाई से देखता है।
27 तू दीन का उद्धार करता है, परन्तु अभिमानियों को नम्र करता है।
28 हे यहोवा, तू मेरा दीपक जलता रहे; मेरा भगवान मेरे अंधेरे को प्रकाश में बदल देता है।
29 मैं तेरी सहायता से सेना पर चढ़ाई कर सकता हूं; अपने भगवान के साथ मैं दीवारों को पार कर सकता हूं।
30 यह वह परमेश्वर है जिसका मार्ग सिद्ध है; यहोवा का वचन प्रत्यक्ष रूप से सच्चा है। वह उन सभी के लिए एक ढाल है जो उसकी शरण लेते हैं।
31 क्योंकि यहोवा के सिवा परमेश्वर कौन है? और कौन चट्टान है लेकिन हमारे भगवान?
32 वही परमेश्वर है जो मुझे बल देता और मेरे मार्ग को सिद्ध करता है।
33 मेरे पांव पाँवों की नाईं तेज कर, और ऊंचे पर मुझे सम्भाल।
34 वह मेरे हाथों को युद्ध के लिथे, और मेरी भुजाओं को कांसे का धनुष मोड़ने की शिक्षा देता है।
35 तू अपनी विजय की ढाल मुझे दे; तेरा दहिना हाथ मुझे सम्भालता है; तुम मुझसे मिलने के लिए नीचे आओ।
36 तू ने मेरा मार्ग स्पष्ट कर दिया है, ऐसा न हो कि मेरी टखनें मुड़ जाएं।
37 मैं ने अपके शत्रुओं का पीछा करके उन्हें पकड़ लिया; और मैं तब तक न लौटा, जब तक वे नष्ट न हो गए।
38 मैं ने उनको घात किया, और वे उठ न सके; मेरे पैरों के नीचे लेट जाओ।
39 तू ने मुझे लड़ने की शक्ति दी; तू ने मेरे विरुद्ध बलवा करनेवालों को वश में कर लिया है।
40 तू ने मेरे शत्रुओं को भगा दिया, और मैं ने अपके बैरियोंको नाश किया।
41 उन्होंने सहायता की दोहाई दी, परन्तु कोई बचाने वाला न था; उन्होंने यहोवा की दोहाई दी, परन्तु उस ने कोई उत्तर न दिया।
42 मैं ने उन्हें धूलि में कर दिया, और धूल आँधी से उड़ गई। मैंने उन्हें गलियों में कीचड़ की तरह रौंदा।
43 तू ने मुझे विद्रोही प्रजा के हाथ से छुड़ाया; तू ने मुझे राष्ट्रों का प्रधान बनाया; जिन लोगों को मैं नहीं जानता, वे मेरे अधीन हैं।
44 जैसे ही वे मेरी सुनते हैं, वे मेरी बात मानते हैं; वे विदेशी हैं जो मेरे अधीन हैं।
45 सबका हियाव टूट गया; वे कांपते हुए अपने गढ़ों से बाहर निकल आते हैं।
46 यहोवा जीवित है! धन्य हो मेरी चट्टान! महान हो मेरे उद्धारकर्ता परमेश्वर!
द्वारा डाली गई
Naing Htet Oo
Android ज़रूरी है
Android 4.4+
श्रेणी
रिपोर्ट
Last updated on Jul 2, 2024
Minor bug fixes and improvements. Install or update to the newest version to check it out!
Salmo 18
1.16 by Apps Croy
Jul 2, 2024